
श्रीदेवी के साथ लम्हे से किया था डेब्यू।
90 के दशक में यश चोपड़ा इंडस्ट्री के सबसे बड़े और सफल फिल्म निर्माता और निर्देशकों में से थे। आज उनके बेटे आदित्य चोपड़ा इंडस्ट्री में उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उन दिनों यश चोपड़ा की फिल्म से लॉन्च होना, वो भी उस दौर की सबसे बड़ी महिला स्टार के साथ, कोई छोटी बात नहीं थी। अधिकांश एक्टर यश चोपड़ा की फिल्मों अपने चमचमाते करियर के लिए लॉन्च पैड मानते थे। वहीं श्रीदेवी का स्टारडम उन दिनों अमिताभ बच्चन और आमिर खान जैसे सुपरस्टार पर भी भारी था। इसी दौर में एक एक्टर ने यश चोपड़ा की फिल्म से डेब्यू किया और वो भी श्रीदेवी के साथ। लेकिन, ये गोल्डन चांस इस एक्टर के लिए बेहद अनलकी साबित हुआ।
श्रीदेवी के साथ लम्हे में किया काम
हम बात कर रहे हैं अभिनेता दीपक मल्होत्रा की, जो एक सफल मॉडल हैं। दीपक मल्होत्रा को यश चोपड़ा ने श्रीदेवी के साथ ‘लम्हे’ में कास्ट किया था। यह उनके लिए एक बड़ा ब्रेक था। लेकिन जैसे ही फिल्म रिलीज हुई, उनके लिए सब कुछ उलट-पुलट हो गया। उनके सपनों पर पानी फिर गया।
दीपक मल्होत्रा कौन हैं?
बेंगलुरु में जन्मे दीपक मल्होत्रा ने 80 के दशक में रैंप मॉडल के तौर पर अपना करियर शुरू किया। दशक के अंत तक, वह बैंगलोर में सबसे सफल पुरुष मॉडल बन गए थे और उनकी प्रसिद्धि देश के बाकी हिस्सों में भी फैल गई थी। उन्हें लगभग उसी समय फिल्मों के लिए ऑफर मिलने लगे, लेकिन दीपक ने अपनी पहली फिल्म के चुनाव में काफ समय लिया। उन्होंने राजीव मेहरा की ‘चमत्कार’ (1992) जैसी फिल्म को ठुकराकर यश चोपड़ा की ‘लम्हे’ (1991) में एक छोटी सी सहायक भूमिका चुनी। लम्हे में श्रीदेवी और अनिल कपूर लीड रोल में थे और इन दो कलाकारों के अलावा फिल्म में वहीदा रहमान और अनुपम खेर जैसे कलाकार भी अहम रोल में नजर आए थे।
लम्हे से डेब्यू और आलोचनाएं
श्रीदेवी ने फिल्म में मां-बेटी (पल्लवी और पूजा) की दोहरी भूमिका निभाई। दीपक ने फिल्म में पल्लवी के लवर सिद्धार्थ की भूमिका चुी। लेकिन, स्क्रीन पर अपनी शानदार उपस्थिति के बाद भी वह आलोचकों का दिल जीतने में विफल रहे। कई लोगों ने उनके अभिनय की आलोचना की और उन्हें लगा कि उनकी स्क्रीन पर मजबूत आवाज नहीं है। फिर भी, सोशल मीडिया का जमाना ना होते हुए भी एक छोटे से सीन ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया, जो उनके करियर के लिए अनलकी साबित हुई। बमुश्किल आठ सेकंड के एक सीन में, दीपक बार-बार सो रही श्रीदेवी को जगाने के लिए ‘पल्लो’ कहते हैं। हालांकि, उनकी सपाट डिलीवरी और हल्के उच्चारण ने उन्हें कभी ना खत्म होने वाले मजाक का विषय बना दिया।
लम्हे ने दीपक मल्होत्रा को कैसे प्रभावित किया
दरअसल, लम्हे की रिलीज से पहले ही यश चोपड़ा ने दीपक को अपनी अगली फिल्म ‘डर’ के लिए चुन लिया था। हालांकि, ‘लम्हे’ में उनके अभिनय की आलोचना के बाद, निर्देशक ने अपना फैसला बदल दिया और उनकी जगह सनी देओल को ले लिया। इसके बाद दीपक ने कमल सदाना के साथ ‘बेखुदी’, सलमान खान के साथ ‘सूर्यवंशी’ और राहुल रॉय के साथ ‘जुनून’ जैसी फिल्मों में काम किया। 1991 में, उन्हें शाहरुख खान और आमिर खान जैसे उभरते अभिनेताओं का प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा था और 1993 तक, उनके पास ऑफर खत्म हो गए थे। इसके बाद दीपक ने सिनेमा छोड़ दिया और अमेरिका चले गए और फिर मॉडलिंग की ओर रुख कर लिया। 1994 में न्यूयॉर्क में शिफ्ट होने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर डीनो मारटेली रख लिया। अब वे अपने दोनों बेटों कियान और काइल के साथ न्यूयॉर्क में रहते हैं। उनके दोनों बेटे भी मॉडल हैं और मनीष मल्होत्रा के लिए भी मॉडलिंग कर चुके हैं।